यादव जी कहिन - विधान परिषद के स्थानीय निकायों के हुए चुनाव परिणामों ने नीतीश का यादवो को धुल चटाने के सपने को चूर कर दिया है। वैध मतों को अवैध घोषित कर कई कुर्मी डीएम ने राजधर्म का निर्वाहन तो किया परंतु नैतिक और संवैधानिक धर्म को ताक पर रख कर जदयु प्रत्याशियों को जीता दिया। असल में देख़ा जाये तो इसमे कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि बिहार में जात सबको प्यारा होता है।
हमें शर्म आना चाहिये कि हमारे समाज ने स्वयं को शिक्षित नहीं किया और लालू यादव ने भी यादवों को केवल कार्यकर्ता बनाकर रख़ दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि हम क्लर्क या चपरासी तो बन गये परंतु आई0ए0एस0 नहीं बने। इसलिये शिक्षित बनो, संगठित बनो और संघर्ष करो। इसी में यादव समाज का भला है।
Wednesday, July 15, 2009
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