Friday, July 31, 2009

एक विखायक का गरीब प्रेम

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यादवजी कहिन - यह तस्वीर एक पूर्व विधायक द्वारा दिया गया दरिद्रनारायण भोज की है। सनद है कि जिस विधायक ने साल में एक दिन यह भोज दिया वह स्वयं को इन गरीबों का मसीहा कहता है और फ़िर पुरे साल इस भोज के नाम पर भाषण बाजी करता फिरता है। परंतु भूख से बिलबिलाते इन गरीबो को कौन समझाए जिन्हें भूख के लिए हाथ फैलाना तो आता है लेकिन अधिकार छिनना नहीं।

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