कुछ पाठकों ने सवाल उठाया है कि लालू का यह आयोजन यादव समाज का श्राद्ध भोज कैसे है? मैं आप सबको बताना चाहता हूं कि लालू ने अपनी राजनीति पिछड़ों से शुरु किया था जो बाद में फ़ारवर्ड के जाल में फ़ंसकर रह गये और नतीजा हमारे सामने है। फ़ारवर्ड हमें गालियां दे रहे हैं और हम सुन रहे हैं। तो लालू का यह भोज यादव समाज का श्राद्ध भोज ही हुआ न? अपनी राय अवश्य भेजें।
hmm!! you should explain what happened during the event? Why was it called?
ReplyDeleteIs this "Shraddh" of "Yadav Samaj" or of "Lalu Prasad"?